कलम लाइव पत्रिका

ईमेल:- kalamlivepatrika@gmail.com

Sponsor

मेरे देश के फोजी भाईयो के सम्मान के लिए ये हाड़ौती कविता Mere desh ke fauzi


मेरे देश के फ़ौजी

तारे लारा रे हाथ करोड़ा ,
तू  तो  धाग्या जा रे गोला - 2
तन में राख जे चंडी मैया
होटा पे बम भोलों
तारे लारा रे हाथ करोड़ा ,
तू  तो  धाग्या जा रे गोला
यू बोले कण - कण माटी को
 इतिहास नयो तूम मंडवा ज्यो
बेरिया  की मुंडिया पकड़ - रगड़
पहली तो जूतियां चटवा ज्यो
मुंडा की माला फेर गले
तू - लेर तिरंगो बढ़जाज्यो
में खावा सौगंध बेटा की
चिंता पाछह की मत लाज्यो
पॉल कुंवारी परणावेंगा
देगा देंगी होलाह ।
तारे लारा रे हाथ करोड़ा ,
तू  तो  धाग्या जा रे गोला
यो धोकाबाज गंडखडो च -2
पाछह से टांगा पकड़ा च
न लाज शर्म ही नकटा क
हारिया पाछह भी अकड़ह च -2
धुतकार भगाते अमरिका
पटकार भगाते अमरिका
मातो पावा में रगड़ च
अपरेशन मांगे गांठ - गांठ
जे नित आपन से जगड च
*पाकिस्तान को इलाज काई  , 
में कुछ पंक्तियों और लिखता हूं*
अस्यो करा अपरेशन अबख
नामो निशान न छोड़ा
तारे लारा रे हाथ करोड़ा ,
तू  तो  धाग्या जा रे गोला
*मेरे देश के वीर फौजियों का जोश देखिए*
चकाना  चटक - चटक चटके
महिमा गुसा की भारी च
तूफान पगा में पड़ डूब्बे
तू अस्य्यो गजब बल धारी च
हिवड़ा में भारत वासियों ने
मनडा में भारत वासियों ने
तारी तस्वीर उतारी च
जे रक्त बहे रे बूंद - बूंद यो
या कलम मांडती आरिह च
अपमान करे कुर्बानी को जो,
तू टेटिया बन कर बमोला
तारे लारा रे हाथ करोड़ा ,
तू  तो  धाग्या जा रे गोला



 Op Merotha hadoti kavi 
( छबड़ा जिला बारां राजस्थान )

No comments:

Post a Comment