दिल की आवाज
विधा : गीततुम ही से प्यार करता हूँ,
तुम ही पर जान देता हूँ।
तुम्हारे दिल की धड़कनों,
में पहचान लेता हूँ।
तभी तो लोग,
तेरी मेरी दोस्ती को।
दिल से आशीर्वाद,
और दुआएं हमें देते है।।
तुम्हारे और हमारे,
प्यार के किस्से।
लोगो की जुबा पर,
हर पल से अब रहते।
मोहब्बत करने वालो को,
कठिन इम्तहान देना पड़ता है।
यदि इसमें हुए तुम पास,
तभी मोहब्बत परवान चढ़ेगी।।
मोहब्बत में दिलों का
मिलना बहुत जरूरत हैं।
बिना दिलों की धड़कन के,
मोहब्बत हो नहीं सकती।
तभी तो मोहब्बत करना,
बच्चो का खेल नहीं होता।
इसकी हर एक डगर,
बहुत कंटीली होती है।।
जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुम्बई)
20/12/2019
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