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निज़ाम-फतेहपुरी के ग़ज़ल/Nijam fatehpur ke ghazal

 दुआ- 212  212  212  212

अरकान- फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन

मुझपे मौला करम की नज़र कीजिए।
अब दुवाओं  मे  मेरी  असर कीजिए।।

मैं हकीकत  में  कितना  गुनहगार हूँ।
मुझपे नज़रे  इनायत  मगर  कीजिए।।

अब इधर कीजिए या उधर कीजिए।
तेरा  बंदा  हूँ  चाहे  जिधर  कीजिए।।

आसरा है फक़त  तेरा  ही बस मुझे।
रहम कुछ तो मेरे हाल पर कीजिए।।

रात ग़म की  अंधेरी  ये कटती नहीं।
जल्द इसकी ख़ुदाया सहर कीजिए।।

अब इधर कीजिए या उधर कीजिए।
तेरा  बंदा  हूँ  चाहे  जिधर  कीजिए।।

अर्ज इतनी है या  रब मुझे बख्श दे।
जब मरूँ खुल्द में मेरा घर कीजिए।।

है निज़ाम इस जहाँ का फ़ना होंगे सब।
आगे आसान मौला  सफ़र कीजिए।।

अब इधर कीजिए या उधर कीजिए।
तेरा  बंदा  हूँ  चाहे  जिधर  कीजिए।।

निज़ाम-फतेहपुरी
ग्राम व पोस्ट मदोकीपुर
ज़िला-फतेहपुर (उत्तर प्रदेश) भारत
6394332921 , 9198120525

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