वेदना संवेदनाऐं
वेदना संवेदनाऐं
भावना संभावनाऐं
माँ भारती के पुत्र तुम
गुरू व गुरूता के धनी
है शहादत ऐसी जैसे
शौर्य ही संजीवनी
धक - धक धड़कती
धड़कनों में ये
धमनियाँ यूँ दहाड़ें
शेर जैसी गर्जनाऐं
भाव और ये भावनाऐं
इतिहास रचती कामनाऐं
वेदना संवेदनाऐं...
लाज रखना देश की तुम
राष्ट्र - भक्ति की ठनी
न हो कभी अभिमान तुमको
हो जग विधाता के ऋणी
तेजस्व और ओजस्व लेकर
झलके पल - पल सादगी
पृष्ठ - भूमि ऐतिहासिक
लक्ष्य भेदी गर्जनाऐं
आराध्य हरि आराधनाऐं
करती सृजन सत् साधनाऐं
वेदना संवेदनाएं...
व्यक्तित्व और कृतित्व की
चहुँओर हो ऐसी ध्वनि
अस्तित्व निज ऐसा हो हरि
उर में बजे अंतर्ध्वनि
आचार्य छवि श्यामल छटा
रवि सा हो मुखमंडल सदा
दायित्व के स्वामित्व में
वर्जित रहें सब वर्जनाऐं
धारणा अवधारणाऐं
दे रही शुभकामनाऐं
वेदना संवेदनाऐं...
- डाॅ.यशोयश
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