अभी समय है सुधर जा पाक
क्यों शिक्षा देते हो ऐसी फैलाते हो खूनी वादी
सपना दिखा जहन्नुम का करते हो उनकी बर्बादी
आयत छः हजार हैं दो सौ चालीस पूरे पाक कुरान में
लिखा है किसमें खून बहाओ तुम, मासूमों की बन जेहादी।
नाम है केवल पाक तुम्हारा तुम नापाक कर्म के आदी
झूठ फरेब की दुनिया छोड़ो बनाओ सत्कर्म की वादी
भेज रहे हो आतंकी इतने तुम नापाक भरे मनसूबों से
लगते गोली हिन्द फौज की, याद आती है नानी दादी।
मेरी सेना को छूट दे दिया जिस दिन राजनीति की खादी
सोच बैठकर उस दिन तब होगी तेरी कितनी बर्बादी
मेरा एक प्रान्त है जितना बस उतना ही है तू नक्शे पर
हम यू० पी० वाले ही उतने है जितनी कुल तेरी आबादी।
जितने बना - बना भेजेगा तू आतंकी अपनी आबादी
सीमा पर खड़े हैं स्वागत को मेरे वीर जवान फौलादी
सीधे बुकिंग करेंगे उनकी, पहुचायेंगे बस दोजख में
समय अभी है सुधर जा अब भी अगर रोकनी बर्बादी।।
नीरज कुमार द्विवेदी
बस्ती - उत्तर प्रदेश
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