मन का फूल तुम्हें अर्पण है।
मोहिनी सूरत ,मोहक काया,
यौवन की मधुर सुनहरी छाया,
मेरे जीवन को हर्षाने वाले,
मन का फूल तुम्हें अर्पण है।
प्रणय घटा बरसाने वाले,
प्रेम सुधा सरसाने वाले,
सपनों को मेरे सजाने वाले,
मन का फूल तुम्हें अर्पण है।
श्वेत श्याम सी काया वाले,
हृदय को मेरे चुराने वाले,
दिवस- रात्रि बिसराने वाले ,
मन का फूल तुम्हें अर्पण है।
धड़कन में मेरी बसने वाले,
सांसों में तूफान सा लाने वाले,
सर्वस्व समर्पण करने वाले,
मन का फूल तुम्हें अर्पण है।
प्रेषक :कल्पना सिंह
पता :आदर्श नगर, बरा, रीवा (मध्य प्रदेश)
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