पैसे बदलते रिश्ते
लड़की फ़ोन पर हेलो जानू तू है कैसा ,
लड़का बढ़िया हूं जान, हूं पहले जैसा !
तब आज पार्टी दोगे न कल जैसा ,
नहीं जान , आज है न पैसा !!
लड़की क्यों ?
लड़का बंद पड़े हैं कमाई ,
उससे भी बढ़ रही है महंगाई !
लड़की ओके (OK) सो जा चढ़ा कर रजाई ,
हां अब तू मेरा ब्वॉयफ्रेंड (Boyfriend ) नहीं, अब
है तू मेरा भाई !!
लड़का ठीक है इसी में है मेरा भलाई ,
क्योंकि तुम्हें अपना बनाने के लिए कभी मानती न मेरी माई !
जब बना ही ली मुझे अपना भाई ,
तो बांध दें राखी , ये ले मेरी कलाई !!
तब लग रही हैं परिवेश पर काई ,
क्या कहूं मैं रोशन हाय रे हाय !
यह कैसी है परछाई ,
पैसों के लिए रिश्ते बदल जाते , प्रेमी को भी बना लेते भाई !
® रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज ,
कोलकाता
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