कलम लाइव पत्रिका

ईमेल:- kalamlivepatrika@gmail.com

Sponsor

आदिकाल के स्मरणीय तथ्य। adikal k mukhy notes

आदिकाल से संबंधित महत्वपूर्ण नोट्स aadikal


आदिकाल से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर :-
1. प्रोफेसर गार्सा द तासी ने” इस्तवार द ल लितरेतयूर ऐदुई ए हिंदुस्तानी “ नामक इतिहास फ्रांसीसी भाषा में लिखा I गार्सा द तासी का यह ग्रंथ कालक्रमानुसार न होकर कवियों के वर्णानुक्रम से है, कालक्रमानुसार इतिहास की पहली शर्त है और वर्णानुक्रम का प्रयोग शब्दकोश में होता है I डॉ लक्ष्मी सागर वार्ष्णेय ने इस ग्रंथ का हिंदी अनुवाद “हिंदुई साहित्य का इतिहास” नाम से किया है I
.
2. इसके बाद मौलवी करीमुद्दीन ने “तबकाशुअरा” या “तज़किरा ई शुअरा ई हिंदी” नामक ग्रंथ लिखा जो सन 1848 में दिल्ली कॉलेज द्वारा प्रकाशित हुआ I इस ग्रंथ में 1004 कवियों का उल्लेख है जिसमें केवल 60-62 हिंदी के कवि हैं I
.
3. शिव सिंह सेंगर ने “शिवसिंह सरोज” की रचना की जो प्रथम बार सन 1878 में नवल किशोर प्रेस लखनऊ से प्रकाशित हुई I शिवसिंह सरोज के पूर्वार्ध में 838 कवियों की रचनाओं के नमूने संग्रहित है, इसमें कवियों का उल्लेख अकारादि क्रम से है I उत्तरार्ध भाग में 1003 कवियों का जीवन परिचय अकारादि क्रम से दिया गया है I इसमें 687 कवियों की तिथियां भी दी गई है 263 कवियों की तिथियां नहीं है और 53 कवि विद्यमान कहे गए हैं I शिवसिंह सरोज को हिंदी साहित्य के इतिहास का प्रस्थान बिंदु कहा जाता है I
.
4. डॉक्टर ग्रियर्सन ने “मॉडर्न वर्नाक्यूलर लिटरेचर ऑफ नॉर्दन हिंदुस्तान” के लेखन में सर्वाधिक सहायता शिवसिंह सरोज से ली गई है 951 कवियों में से 886 कवि शिवसिंह सरोज से लिए गए हैं I केवल 65 कवि अन्य स्रोतों से लिए गए हैं I इस रचना का प्रकाशित समय 1888 हैं I
.
5. पंडित गणेश बिहारी मिश्र, श्याम बिहारी मिश्र, सुखदेव बिहारी मिश्र, तीनों सगे भाई थे I और मिश्रबंधु नाम से रचना करते थे मिश्र बंधुओं ने “मिश्रबंधु विनोद” नामक हिंदी साहित्य का वृहत इतिहास तीन भागों में प्रकाशित करवाया I पहले तीन भाग 1913 में प्रकाशित हुए इसका चौथा भाग 1934 में प्रकाशित हुआ इसमें कुल मिलाकर 4591 कवियों का और लेखकों का विवरण है I इस रचना का प्रकाशित वर्ष 1883 हैं I
.
6. रामचंद्र शुक्ल ने पहले नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा प्रकाशित “हिंदी शब्दसागर की भूमिका” के रूप में “हिंदी साहित्य का इतिहास” लिखा था जो बाद में जनवरी 1929 ईस्वी में प्रकाशित हुआ I
.
7. शिव सिंह सेंगर और डॉ ग्रियर्सन के साहित्यिक ग्रंथों के लिए आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने वृत्त संग्रह शब्द का प्रयोग किया है I
.
8. सूर्यकांत शास्त्री द्वारा “हिंदी साहित्य का विवेचनात्मक इतिहास” लिखा गया I श्याम सुंदर कृत “हिंदी भाषा और साहित्य” लिखा गया I रामचंद्र शुक्ल द्वारा “हिंदी साहित्य का इतिहास” लिखा गया अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिओध द्वारा “हिंदी भाषा और साहित्य” का विकास लिखा गया I
.
9. डॉक्टर रामकुमार वर्मा द्वारा “हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास” लिखा गया जो कि रीतिकाल तक ही यह इतिहास लिखा गया यानी यह इतिहास अधूरा है I “हिंदी साहित्य का वैज्ञानिक इतिहास” डॉक्टर गणपति चंद्र गुप्त द्वारा लिखा गया I राम खेलावन पांडे द्वारा कृत “हिंदी साहित्य का नया इतिहास” वासुदेव सिंह कृत “हिंदी साहित्य का समीक्षात्मक इतिहास” लिखा गया I
.
10. डॉ बच्चन सिंह द्वारा “हिंदी साहित्य का दूसरा इतिहास” लिखा गया I सुमन राजे द्वारा “हिंदी साहित्य का आधा इतिहास” लिखा गया I रामस्वरूप चतुर्वेदी द्वारा “हिंदी साहित्य और संवेदना का विकास” लिखा गया I

No comments:

Post a Comment