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राष्ट्रीय कैडेट कोर पर परिचर्चा National Cadet Corps-NCC

आलेख :  राष्ट्रीय कैडेट कोर पर परिचर्चा

राष्ट्रीय कैडेट कोर (National Cadet Corps-NCC) की स्थापना 16 जुलाई 1948 में पण्डित ह्रदयनाथ कुजरू जी के सहयोग से किया गया, और कर्नल जी.जी. बैबूर को सैनिक अधिकारी को एनसीसी का प्रथम निदेशक नियुक्त किया गया.राष्ट्रीय कैडेट कोर का प्रस्ताव " एकत्रा और अनुशासन है,
समय के साथ, कठोर परिश्रम करते हुए, बिना बहाने झुठ  न बोलते हुए, मुस्कुराते हुए आज्ञा का पालन करना ही अनुशासन की विशेषताएं हैं ,
एन.सी.सी का झण्डा तीन रंग की तीन बराबर भागों में बांटा हुआ है, सबसे पहले लाल, बीच में गहरी नीले, उसके बाद आसमानी रंग की पट्टी होती है, जो थलसेना, जलसेना,व वायु सेना की प्रतीक दर्शाती है , और इसके इतने प्यारे व मधुर गान है क्या बतलाऊं, गाते ही एक अलग आनंद मिलती है, गीत की शुरुआत इस प्रकार है :- हम सब भारतीय हैं, अपनी मंजिल एक है हां हां एक है , हम सब भारतीय हैं ।

हर वर्ष के नवम्बर के अन्तिम रविवार को एनसीसी दिवस के रूप में मनाया जाता है, नई दिल्ली में अपने मुख्यालय के साथ भारतीय सैन्य कैडेट कोर है। और इसके सत्तरह निदेशालय हैं, जैसे कि हम जानते हैं ,हमारा भारत में 28 राज्य और 9 केंद्र शासित प्रदेश है, तो एनसीसी का भी उतना निदेशालय होना चाहिए , पर ऐसा नहीं है , एक या एक से अधिक राज्यों को मिलाकर एक निदेशालय हैं, जैसे कि पश्चिम बंगाल व सिक्किम निदेशालय , जिसका मुख्यालय कोलकाता है, अब निदेशालय को भी 95 ग्रुप में जल,थल,वायु में बांटा गया है,85 ग्रुप थल, 4 ग्रुप जल सेना और 6 ग्रुप वायुसेना के है,ग्रुप का नाम स्थान के नाम पर होते हैं ज्यादातर जिले के नाम पर जैसे कोल- बी यानि कोलकाता बी, ऐसा नाम कहीं कहीं होते हैं, अधिकांश जिला के नाम पर होते हैं, जैसे कि मुजफ्फरपुर ग्रुप । ग्रुप कमांडर बिग्रेडियर रेंक वाले होते हैं ,और ग्रुप के अन्दर बटालियन होते हैं , जिसका कमाडिंग आफिसर कर्नल होते हैं, बटालियन का नाम इस प्रकार के होते हैं , जैसे 31 बीं बंगाल बटालियन एनसीसी, उसके बाद बटालियन के अंदर बहुत सारा स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय आते हैं, जिसे कम्पनी कहते हैं, जैसे नरसिंहा दत्त कालेज कम्पनी नम्बर पांचवीं, जिसका कमांड ए. एन.ओ  करते हैं
( Associate NCC Officer ) एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर करते हैं ,इनका भी रेंक होते हैं, :- लेफ्टिनेंट,कैप्टन
,मेजर एस. डी के लिए, और जे.डी के ए.एन.ओ के रेंक इस प्रकार होते हैं, थर्ड आफिसर, सेकेण्ड आफिसर, फर्स्ट आफिसर, और एन.सी.सी कैडेट का भी रेंक होता है,
सीनियर अन्डर आफिसर,(SUO), जूनियर अन्दर आफिसर
(JUO ), सारजेंट, कारपोरल, लान्सकारपोरल, और भी सीनियर डिवीजन के लिए, और जूनियर डिवीजन कैडेट के ये रेंक होते हैं , ट्रुप सार्जेन्ट, कारपोरल, लान्सकारपोरल ये रेंक इनके अच्छे गुणों पर मिलते हैं ।
इसमें भी कैडेट का अपना एक रेजिमेंटल नम्बर होते हैं , जैसे
WB17SDA112047 कैडेट रोशन कुमार झा,ये नम्बर राज्य के नाम का संकेत, उसके बाद वर्ष के संकेत होते हैं जैसे यहां पर 17 है यानि दो हजार सत्ररह का है, उसके बाद जो SD
एस.डी है इसका मतलब सीनियर डिवीजन,ये भी चारों भागों में बांटा गया है, स्कूल स्तर पर जो एनसीसी होते हैं , वहां के कैडेट्स को जे.डी (JD ) और जे.डब्लु (JW) कहते हैं, जे.डी मतलब जूनियर डिवीजन, और जे.डब्लु मतलब जूनियर विंग्स , लड़का कैडेट को जूनियर डिवीजन, और लड़की कैडेट को जूनियर विंग्स कहते है, इनका परीक्षण दो वर्षों का होता है, और इन्हें एक या दो वार्षिक कैम्प करना पड़ता है, इसके ये कैडेट्स A ए की परीक्षा में उत्तीर्ण होते हैं,
और कॉलेज व विश्वविद्यालय स्तरीय लड़का कैडेट को SD एस.डी यानि सीनियर डिवीजन और गर्ल्स कैडेट को SW एस.डब्लू यानि सीनियर विंग्स कहते हैं ।
और इनका तीन साल का कोर्स होता है, जिसमें तीन कैम्प शिविर करना पड़ता हैं, उसके बाद बी और सी की परीक्षा में शामिल होना पड़ता है
इसमें कैडेटों को आर्मी के जवानों पी आई स्टाफ साहब लोग,
छोटे-बड़े हथियारों खोलना जोड़ना सीखाते है, जैसे एल. एम. जी, मतलब 7.62 सेल्फ लोडिंग राइफल, एस. एल,. आर
7.62 लाइट मशीन गन आदि को खोलना जोड़ना सीखाते है, और कैडेट्स से .22 हथियार से फायरिंग करवाते हैं, और यहां से कैडेट्स को 26 जनवरी व 15 अगस्त के परेड पर दिल्ली तक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तक मिलने का सोभाग्य इन्हें अपने प्रशिक्षण से प्राप्त होता है । और इन्हें यहां से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कैम्प में पर भी भेजते हैं।ये एनसीसी कैडेट दुर्गा पूजा व अन्य कार्यक्रम में पुलिस के साथ ड्यूटी करके प्रशासन की सेवा में हाथ बढ़ाते हैं, और वर्तमान में कोरोना जैसी महामारी में भारत स्काउट गाइड, सेंट जांन एम्बूलेंस, राष्ट्रीय सेवा योजना के साथ साथ राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट्स भी
सहयोग कर रहे हैं । साहित्य की जय,एनसीसी की जय ,
जय हिन्द , जय भारत ।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता

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