कलम लाइव पत्रिका

ईमेल:- kalamlivepatrika@gmail.com

Sponsor

भारतवर्ष के गौरव के लिए संस्कार सनातन काल से महत्वपूर्ण है bharatvarsh ke gaurav ke liye snskar snatankal se mahtvpurn h

*बेटा पढ़ाओ - संस्कार सिखाओ अभियान*

*ऐसे अभियानो के माध्यम से ही कई महापुरुषों ने अब तक भारतवर्ष के गौरव को बनाए रखा  है - पवन पालीवाल*

*हमारे भारतवर्ष के गौरव के लिए भी संस्कार पक्ष सनातन काल से ही महत्वपूर्ण रहा है।*

*निश्चित ही यदि हमारे बेटे संस्कारित होंगे तो वृद्धाश्रमों की जरूरत नहीं पड़ेगी।*

*सुनेल - (झालावाड़) - 20 - मार्च - 2020*

 लक्ष्मणगढ़ शेखावाटी के युवा कवि हरिश शर्मा द्वारा आयोजित बेटा पढ़ाओ - संस्कार सिखाओ अभियान पर बोलते हुए अपने विचारों के माध्यम से सुनेल झालावाड़ से विद्यालय प्रिंसिपल पवन पालीवाल सर ने कहा कि कवि भाई हरीश शर्मा के द्वारा चलाया गया यह अभियान जो है,निश्चित ही संस्कार क्षेत्र में नींव का पत्थर साबित होगा। क्योंकि संस्कार पक्ष ही एक महत्वपूर्ण पक्ष है,जो संपूर्ण मानव जीवन के उत्थान के लिए अति आवश्यक है। हमारे भारतवर्ष के गौरव के लिए भी संस्कार पक्ष सनातन काल से ही महत्वपूर्ण रहा है। निश्चित ही यदि हमारे बेटे संस्कारित होंगे तो वृद्धाश्रमों की जरूरत नहीं पड़ेगी। शास्त्रों में भी कहा गया है कि सैकड़ों नालायक पुत्रों से तो एक गुणवान पुत्र अच्छा है अतः हमारे चाहे दो ही पुत्र हो या एक ही पुत्र हो उसे ही संस्कारित करना होगा क्योंकि अंधकार के लिए तो एक दीपक की रोशनी ही काफी होती है।अर्थात हमें प्रत्येक घर में एक ऐसा दीपक तैयार करना है जो वह अपने क्षेत्र का अंधेरा भी दूर कर सका तो भी भारत को संबल मिलेगा। यह कुछ समय से रेप बलात्कार जैसी कुसंगति चल रही है और पहनावा वेशभूषा और वर्तमान की पीढ़ी का जो कुचलन हैं ,यह दूर हो जाएगा। *निश्चय ही हरीश शर्मा ने इस अभियान को चला कर भारतवर्ष में एक नई जागृति उत्पन्न की है जिससे कि हम उन गौरवमय क्षणों को अनुभव कर जिन गौरवमय क्षणों में स्वामी विवेकानंद ने पूरे विश्व को अध्यात्म का संदेश दिया, ज्ञान का संदेश दिया। हमारा पूरा जीवन जो है भारतवर्ष की सेवा में लगा रहे,हम एक साथ मिलकर के रहे,मिलकर चलें, मिलकर के ही जीवन व्यतीत करें। यह कामना जो है हमारी भावी पीढ़ी के मजबूत संस्कार पक्ष से ही संभव है।* अतः हमें पूर्ण विश्वास है कि भाई हरिश शर्मा जैसे लोग ही है जिनकी वजह से हमारे भारतवर्ष का गौरव सदा जिंदाबाद रहता है। निश्चित ही यह अभियान जो है हमें कई महापुरुष देगा क्योंकि जब जब भारतवर्ष को सहायता की जरूरत पड़ी है तो सनातन काल से ही ऐसे अभियान ने महापुरुष दिए हैं, क्योंकि जब-जब भारतवर्ष को सहायता की जरूरत पड़ी है तो सनातन काल से ही ऐसे अभियानों के माध्यम से भारतवर्ष में जागृति लाई गई है। ऐसे अभियानो के माध्यम से ही कई महापुरुषों ने अब तक भारतवर्ष के गौरव को बनाए रखा। अतः हम सब को मिलकर कवि शर्मा का साथ देते हुए इस सराहनीय पहल को बुलंदियों तक लेकर जानी है।

No comments:

Post a Comment