अही हमर रूप छी
अंहा ज्ञानी , हम बेवकूफ़ छी ,
हम रोशन छाया, अहाँ हमर धूप छी ।
सुन्दरी बहुत, पर अही हमर सुन्दर रूप छी ,
शोभा नैइ दैत अछि, अहाँ जे अन्ना चुप छी ।।
अहाँ एक, अहाँ के चाहअ वाला अछि बहुत ,
हम सही कहैत छि, कहैय छी नैइ झूठ ।
पता नैई अहाँ के पायब कऽ जीतता किनकर पुत्र ,
अहाँ छी सुन्दरी, अहाँ के रूप अछि अद्भुत ।।
हमरो अछि अहाँ सऽ प्यार ,
पर अहाँ के अछि कईयों यार ।
तहन अहाँ कनअ्ह करब हमर देखभाल ,
लगायत अछि अहाँ बिना हम रहब अन्ना हीअ कुमार ।।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
मो :- 6290640716
04-06-2020 वृहस्पतिवार
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