कविता " हे वीर जवान "
श्रद्धा सुमन है अर्पितउस वीर जवानो को
पुलवामा में हुए शहीद
वीर जवानो को
हे वीर जवान
हे वीर जवान
तुम्हें मेरा बारम्बार प्रणाम
भारत मां के लाज बचाने
कूद पड़े संग्राम
तुमको मेरा प्रणाम
हे वीर जवान
तेरी वीरता देश भक्ति को
सौ सौ बार प्रणाम
मर कर भी अमर हो गये
देश भक्त हनुमान
हे वीर जवान
सीमा के रक्षा खातीर
तूने जान गवाई
लोग रखेंगे याद युगों तक
ऐसी परम वीर गति पाई
अपनी माँ की दूध का तूने
किया बड़ा है नाम
मर कर भी अमर हो गये
देश भक्त हनुमान
धन्य धन्य हो उस जननी को
जिसने तुम्हें जन्म दिया
धन्य धन्य हो उस सुहागिनों को
जिसने तुम्हें फौज में भेजा
हे वीर जवान तुम्हें सलाम
हे वीर जवान तुम्हें प्रणाम।
टिकेश्वर सिदार " दीपक"
ग्राम कलमीदादर "तोमिल"
पो आ नौगड़ी
तह बसना
जिला महासमुंद (छ. ग.)
🙏 जय भारत जय जवान जय किसान 🙏 सुन्दर कविता👍
ReplyDelete