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यश व्यास के ग़ज़ल...

       ग़ज़ल

दिल के कातिल के पास हथियार नहीं होते,
इश्क़ में फुर्सत के लिए इतवार नहीं होते !!

बे-झिझक महफ़िल में आया करो,
शरीफो की बस्ती में पहरेदार नहीं होते !!

हर फर्ज को एहसान ना समझो,
कुछ रिश्तों में कर्जदार नहीं होते!!

कुछ बातों को बिना कहे भी समझो,
हर बार मेरे शेर असरदार नहीं होते !!

कड़वी यादे भी सहेजकर रखो,
हर मौषम के जामुन रसदार नहीं होते !!

मेरी वसीहत किसी और के नाम मत लिखो,
यश किसी एक के हर बार नहीं होते!!

✍ यश व्यास

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