जब आँख खुली तो पास में,
लवर को अपने पाया था ।
उसका सुंदर सा चेहरा मैने,
आँखों में बसाया था ।
रोज डे का दिन था वो,
जिस दिन आई लव यू बोला था ।
उसके चेहरे के सुंदरता को,
निज अन्तर में सदा सहेजा था ।
वो ऐसी लड़की थी,
जो पहली दफा में पसंद आई थी ।
मेरे आँखों में उसकी सूरत,
ही सदा समाई थी ।
पहली दफा में ही मै उसको,
अपना दिल दे आया था ।
नही पता था प्यार क्या है?
पर मै प्यार कर बैठा था ।
- सौरभ कुमार ठाकुर (बालकवि एवं लेखक)
मुजफ्फरपुर, बिहार
सम्पर्क:- 8800416537
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