कलम लाइव पत्रिका

ईमेल:- kalamlivepatrika@gmail.com

Sponsor

डायरी के पन्ने.... Diary Ke Panne

डायरी के पन्ने

देख कर आज बारिश
मन किया आज कलम उठा ही लूँ
रख दी थी जो कलम
कभी न लिखने को
डायरी के उन पन्नो को
थोड़ा भिगो ही लूँ
डायरी के पन्ने भीगे है
आँसूओ से या पानी से
कुछ पता नही चलेगा
मौका अच्छा है
चलो आज रो ही लूँ

#जिददी पारूल

No comments:

Post a Comment