लड़कियों,महिलाओं के चलने प्रकार
Ladkiyo ke chaal se pahchane wo kaisi hain
चलने के ढंग से जाने कौन महिला, लड़की कैसी हैं।
सनातन धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथ भविष्य पुराण के अनुसार लड़की की चाल बहुत महत्व रखती है। वह किस प्रकार से चलती है इससे उसके गुण-अवगुणों का पता लगाया जाता है। शायद इसीलिए प्राचीन काल से ही कन्या को चुनने के लिए उसकी चाल को परख लिया जाता था।
चलते समय कन्या के चलने की गति, चलने का तरीका, वह किस प्रकार से खुद को संभाल कर चलती है या फिर लापरवाही के चलती है... इन सब बातों को आधार बनाते हुए उसके गुणों का अनुमान लगाया जाता था। प्रचीनकाल में महिलाओं के चाल के आधर पर उसके गुण-शील का पता लगाया जाता था। महिलाओं के चाल के बारे में थोड़ा विस्तार से देखते हैं।
धीमी चाल वाली लड़की
शास्त्र बताते हैं कि जो कन्या धीमी गति से चलती है, और गाय की तरह उधर-उधर नही देखती चुपचाप सीधे आराम से चलती रहती है, ऐसी कन्या को विवाह के योग्य माना जाता है। भविष्य पुराण के अनुसार यह कन्या सर्वश्रेष्ठ है और जिस किसी भी वर को ऐसी कन्या मिलेगी वह भाग्यशाली होगा।
मस्त चाल वाली लड़कियां
हमारे प्राचीन ऋषि मुनियों का मानना था कि जो कन्या हंस और मस्त हाथी के समान चलती है, वह उत्तम होती है। ऐसी कन्या घर-परिवार में सबको खुशी बांटने वाली होती है। इस कन्या के चरण जिस भी घर में पड़ते हैं, वहां देवी लक्ष्मी वास करती हैं।
तेज गति से चलने वाली लड़कियां
जमीन पर पांव पटक पटककर, लापरवाही से और तेज गति से चलने वाली महिलाएं मायके और ससुराल दोनों के लिए दुखदाई होती हैं। यह कन्या असुभ होती है। यह जीवन में बेहद लापरवाह होती हैं, किसी के सुख एवं दुख से इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
विवाह के लिए उत्तम कन्या
वेदों में कहां गया हैं कि विवाह के लिए वह कन्या उत्तम है जो स्वयं से पहले दूसरों के बारे में सोचे और दूसरों का भला करे। जिस कन्या में ममता, सेवा-भाव और प्रेम हो वो कन्या विवाह के लिए उत्तम होती हैं।
रुक-रुक कर चलते वाली
तेज गति से चलने वाली महिलाओं को यदि बुरा माना गया है तो सोच-समझकर चलने वाली महिलाएं भी श्रेष्ठ नहीं हैं। भविष्य पुराण के अनुसार चलते समय चलना कम और सोचना अधिक, यह आदत दर्शाती है कि वह महिला जीवन भर फैसला लेने में देरी करती रहेगी।। एक महिला में जल्द से जल्द एवं सही फैसला लेने की क्षमता होना बेहद जरूरी है। गृहस्थी चलाने के लिए एक महिला को दिमागी रूप से तेज़ होना चाहिए, अन्यथा उसके गलत एवं देरी से लिए गए फैसले सभी पर प्रभावी हो सकते हैं।
हिरण जैसी चाल
यह बात तय है कि लोगों को लगता होगा कि हिरण जैसी सुंदर आंखें, हिरण जैसी आकर्षक चाल वाली महिलाएं जरूर ही गुणी होंगी। इनमें किसी प्रकार का कोई खोट नहीं होता, लेकिन भविष्य पुराण में ऐसा नहीं लिखा है। हिरण जैसी चाल वाली महिलाएं जितनी स्वतंत्र दिखती हैं उतनी असल में होती नहीं हैं, वे आजाद नहीं रह सकती
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