हार मानी नहीं
राजा है और रानी है
हैं हम प्रजा की कहानी ।
कुछ भी होते तो हमने कभी न हार मानी ,
कहो मिलकर कि हम हैं हिन्दुस्तानी ,ओ
हम है हिन्दुस्तानी ।।
प्यासे रहकर प्यासो को देते हैं हम पानी ,
सोचे न समझे न कि मेरी होगी कोई हानी ,
क्योंकि हम करते हैं मेहरबानी, हां ...
हम अभी हार नहीं है मानी ।।
यही एक से एक बढ़कर हैं ज्ञानी ,
हम रोशन लिखें है गीत हैं माँ सरस्वती की वाणी....
तब लिखें जब की है मां मुझ पर मेहरबानी ,
कहो हम है हिन्दुस्तानी , हां हां हम है हिन्दुस्तानी ।।
बन रहें हैं और यही से बने हैं एक से एक विज्ञानी ,
लेते न देते हैं हम कहलाते हैं हम दानी ।
यही हैं हमारी मेहरबानी , हां हां हमने कभी न हार मानी ।
तब कहलाते हैं हम हिन्दुस्तानी , ओ हम... है हिन्दुस्तानी ।।
रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज , कोलकाता
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