शीर्षक-मैं टीचर हूँ
मैं टीचर हूँ,सीखना-सिखाना मेरा पेशा है ।
मैं टीचर हूँ, लोगों को जागरूक करना मेरा फर्ज है ।
मैं टीचर हूँ, लिखना मेरा शौक है ।
मैं टीचर हूँ,कड़वा सच कहना मेरा अधिकार है ।
मैं टीचर हूँ ,लोगों में इंसानिहत का पाठ पढ़ाना मेरा धर्म है ।
मैं टीचर हूँ, राष्ट्र निर्माण में योगदान देना मेरा कर्तव्य है ।
मैं टीचर हूँ, इसलिए मैं परमात्मा का शुक्रगुज़ार हूँ ।
लेखक-नरपतराम जांगिड़ पनावड़ा
जिला- बाड़मेर ( राजस्थान )
पेशे से शिक्षक है
Jai hoooo
ReplyDeleteजय हो बहुत खूब
ReplyDeleteजय हो बहुत खूब
ReplyDeleteशानदार
ReplyDeleteगजब
ReplyDeleteअति सुन्दर
ReplyDeleteदी बेस्ट
ReplyDelete