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उनको प्रणाम नागार्जुन unko pranaam

उनको प्रणाम 

जो नहीं हो सके पूर्णकाम
मैं उनको करता हूँ प्रणाम ।

कुछ कंठित औ' कुछ लक्ष्यभ्रष्ट
जिनके अभिमंत्रित तीर हुए;
रण की समाप्ति के पहले ही
जो वीर रिक्त तूणीर हुए !
उनको प्रणाम !

जो छोटीसी नैया लेकर
उतरे करने को उदधिपार;
मन की मन में ही रही¸ स्वयं
हो गए उसी में निराकार !
उनको प्रणाम !

जो उच्च शिखर की ओर बढ़े
रहरह नवनव उत्साह भरे;
पर कुछ ने ले ली हिमसमाधि
कुछ असफल ही नीचे उतरे !
उनको प्रणाम !

एकाकी और अकिंचन हो
जो भूपरिक्रमा को निकले;
हो गए पंगु, प्रतिपद जिनके
इतने अदृष्ट के दाव चले !
उनको प्रणाम !

कृतकृत नहीं जो हो पाए;
प्रत्युत फाँसी पर गए झूल
कुछ ही दिन बीते हैं¸ फिर भी
यह दुनिया जिनको गई भूल !
उनको प्रणाम !

थी उम्र साधना, पर जिनका
जीवन नाटक दु:खांत हुआ;
या जन्मकाल में सिंह लग्न
पर कुसमय ही देहांत हुआ !
उनको प्रणाम !

दृढ़ व्रत औ' दुर्दम साहस के
जो उदाहरण थे मूर्तिमंत ?
पर निरवधि बंदी जीवन ने
जिनकी धुन का कर दिया अंत !
उनको प्रणाम !

जिनकी सेवाएँ अतुलनीय
पर विज्ञापन से रहे दूर
प्रतिकूल परिस्थिति ने जिनके
कर दिए मनोरथ चूरचूर !
उनको प्रणाम !

      नागार्जुन

 

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