नेता बन जाओ तुम
पढ़ लिखकर आई एस, डी एम
बनकर क्या कर लोगे
नेताओं के तलवे ही चाटोगे
जैसा कहेंगे वैसा ही करना होगा
नहीं तो तबादला होगा
दबंग बन जाओगे स्वर्गलोक जाओगे
कुछ भी बन जाओ तुम
इनके सामने नही टिक पाओगे
धर्म गुरु बन गए पलभर ठहर जाओगे
अम्बानी अडानी हो गये तो दुम हिलायेंगे
कुर्सी के बीच आये
दबोचने की कोशिश होगी
जो बलवान होगा विजय उसकी होगी
सब कुछ छोड़ दो
सबको इशारो पर नचाओ
जैसा चाहो वैसा करो
नियम कानून भी रौंदों
संविधान गाली भी दो
भारत के धर्मों में टुकड़े कर दो
जातिवाद की अग्नि भड़काओ
जितना चलो लूटो
तुम, नेता बन जाओ
कवि मस्ताना
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