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रावण

रावण

रावण आज हर जगह हैं 
दिल में रावण,
दिमाग में रावण, 
घर में रावण , 
बाहर में रावण,
आगे रावण, 
पीछे रावण, 
धरती पर रावण ही रावण।
संख्या रावण: रावण  राज की ओर अग्रसर हो गई हैं ।
एक दिन जल्द आऐगा 
जब पुरी सृष्टि में रावण  राज  फिर से कायम होगा ।
और एक रावण मरेगा तो राम राम सत्य हैं की
जगह रावण रावण असंख्य हैं कहा जाऐगा।
तब रावण को जलाने वाला 
कोई नहीं होगा 
क्योंकि कि खुद को भला कोई जलाता हैं ।
पर मृत्यु सत्य हैं 
जो रावण को भी आता हैं।
यही सत्य का यकीन 
न राम के समय के रावण को था, 
न आज के समय के रावण को हैं, 
न आने वाले समय के रावण को होगा
लंका बनी हैं 
और बार बार  बनेगा
पर रावण तो नहीं रहेगा।

बिनोद कुमार "रजक"

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