ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
आजतक बहुत मांगा कुछ मिला नहीं
सरकार तुम्हारी बहरी हैं
कानून तुम्हारा अंधा हैं
संविधान की तो बात ही मत करना
मुझसे बेहतर तुम जानते हो
अहिंसा की भाषा कहाँ समझतीं हैं
मजलूमों पर सब थोप देती हैं।
मेरे साथ चलो न्याग दिला दूँगा
जो बीच में आये उसे जिंदा जला दूँगा
धरना मोमबत्ती दया की याचना नहीं
भगत सा सरेआम उड़ा दूँगा
उसने ट्विंकल काटे हैं
उसको मुर्गे का मीट बना दूँगा
नेताओं की गंदी चाल नहीं चलने दूँगा
इन महापुरुषों को भी गंगा में बहा दूँगा।
इंतजार किसका हैं
कृष्ण नहीं आएंगे
हमें ही न्याय दिलाना होगा
टूट पड़ो करोड़ो जहाँ रखा हैं
हाथों में हथियारों भी ले लेना
अच्छे कार्यों में लाठीचार्ज होते हैं
जबाब में हमे भी कुछ करना होगा
मैदान छोड़ पीछे नहीं हटना होगा।
क्रांति कि ज्वाला सीने में जला लो
सर पे कफ़न भी बांध लेना
भारत में महाभारत करना होगा
जरा भी मत घबराना
अधर्मी का साथी भी अधर्मी हैं
धड़ाधड़ वार पे वार करना
धर्म को विजय दिलाना।
चलो इतिहास लिख देते है
बहु बेटी का भविष्य सुरक्षित कर देते हैं
देखो फिर कैसे न्याय मिलता हैं
गुनेगार कैसे डरता हैं
ट्विंकल ट्विकंल लिटिल स्टार
फिर से सब गाना गायेंगे
रेप-बलात्कार पलभर में रुक जायेगा
भूर्णहत्या मिट जायेगा
दहेज भी समाप्त हो जायेगा
काटना तो दूर छू भी नहीं पायेंगे
दण्ड विधान कड़ा हो जायेगा
पापी पाप से पहले ही कांप जायेगा।।
राजू कुमार "मस्ताना"
No comments:
Post a Comment