उन रास्तों में बहुत धूप होगी
अपना साया कर लीजिए हमें
दौलते-हुस्न बचाके ले आएँगे
बस रिआया* कर लीजिए हमें
अगर कहीं भी हैं, हम आप में
फिर नुमाया* कर लीजिए हमें
हम जी सके सहूलियत से,बस
उतना कमाया कर लीजिए हमें
आप चाँद हैं, यह मालूम है हमें
अपनी काया कर लीजिए हमें
रियाया*-अवाम; जनता; प्रजा
नुमाया*-व्यक्त,स्पष्ट
सलिल सरोज
पंचशील पेबल्स
वैशाली ,उत्तर प्रदेश
अपना साया कर लीजिए हमें
दौलते-हुस्न बचाके ले आएँगे
बस रिआया* कर लीजिए हमें
अगर कहीं भी हैं, हम आप में
फिर नुमाया* कर लीजिए हमें
हम जी सके सहूलियत से,बस
उतना कमाया कर लीजिए हमें
आप चाँद हैं, यह मालूम है हमें
अपनी काया कर लीजिए हमें
रियाया*-अवाम; जनता; प्रजा
नुमाया*-व्यक्त,स्पष्ट
सलिल सरोज
पंचशील पेबल्स
वैशाली ,उत्तर प्रदेश
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