भगवान पर विश्वास पूरा रखे बल्कि अधूरा नहीं
*ईश्वर पर विश्वास*
हम ईश्वर को मानते हैं जरूर पर उस पर पूरी तरह विश्वास नहीं करते। हम अपने जीवन में होने वाली अच्छी-बुरी घटनाओं, लाभ-हानि को सामने रखकर ईश्वर विश्वास को कम-ज्यादा करते रहते हैं। पूरी निष्ठा के साथ यदि ईश्वर पर विश्वास करें जो कुछ मिले उसे स्वीकारें तो कभी दु:ख नहीं होता, परेशान नहीं होंगे।
. Op Merotha hadoti Kavi - हम ईश्वर को मानते हैं जरूर पर उस पर पूरी तरह विश्वास नहीं करते। हम अपने जीवन में होने वाली अच्छी-बुरी घटनाओं, लाभ-हानि को सामने रखकर ईश्वर विश्वास को कम-ज्यादा करते रहते हैं। पूरी निष्ठा के साथ यदि ईश्वर पर विश्वास करें जो कुछ मिले उसे स्वीकारें तो कभी दु:ख नहीं होता, परेशान नहीं होंगे। एक किस्सा है एक दंपत्ति एक छोटे जहाज पर समुद्री यात्रा कर रहे थे इतने में तूफान आया, जहाज रूपी नौका डगमगाने लगी, अंदर रह-रहकर पानी आ जाता था पत्नी बिल्कुल डर गई पर पति महोदय बिल्कुल निश्चिन्त थे। उनके चेहरे पर डर के कोई भाव नहीं थे। उन्हें मुस्कुराता देख पत्नी ने पूछा, क्यों जी आपको डर नहीं लगता? पति महोदय ने अपनी तलवार निकाली और पत्नी की गरदन पर रख दी पत्नी मुस्कुराती रही पति ने पूछा, क्यों तुम्हें डर नहीं लगा? तब पत्नी ने कहा कि आप मुझे बहुत प्यार करते हैं। मेरा भला चाहते हैं, आप मुझे नुकसान नहीं पहुंचा सकते इसलिए मैं निश्चिंत हूं। तब पति महोदय ने कहा कि ईश्वर हमारा पिता है। हमारा भला ही चाहता है। कभी हमारा अहित नहीं चाहता, न करेगा। इसलिए मैं निश्चिन्त निर्भय हूं। तब महिला को समझ में आया कि ईश्वर पर विश्वास क्या चीज है। कितना विश्वास करना चाहिए। सब कुछ उस पर छोड़ देना चाहिए। तुलसीदासजी ने कहा है कि जाको राखे साईयां मार सके न कोय। और हरे राम हे राम, राम राम कहिए, जाही विधि राखे राम ताहि विधि रहिए, क्या सूत्र है जीवन में निर्भय निश्चिन्त न रहने के कारण हम सब भूल जाते हैं। पर कर्म और कर्म फल अपनी जगह अटल है, जो कुछ हम पाते हैं, भोगते हैं, अपना बोया हुआ ही काटते हैं। जाने-अनजाने में किया हुआ कर्म पकने पर फल देता ही देता है। कभी-कभी वाकई प्रश्न उठता है कि एक से एक महान लोग, ईश्वर भक्त लोगों ने अपने जीवन के अन्त में इतना कष्ट क्यों पाया। सुकरात को जहर दिया गया, ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया। रामकृष्ण परमहंस को कैंसर हो गया, असह्य पीड़ा से उनकी मृत्यु हुई। महात्मा गांधी को गोली मार दी गई, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, जान एफ, कैनेडी की अलग-अलग तरीकों से हत्या हुई। आज ऐसी घटनाएं घटती हैं। हम कुछ निष्कर्ष नहीं निकाल पाते। मीरा को विष का प्याला पीना पड़ा पर वह आश्चर्यजनक रूप से बच गई। विष ने कोई प्रभाव नहीं दिखाया क्योंकि वह हमेशा गाती रहती थी, मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरा न कोई। बस बात यही है कि आपका हमारा विश्वास ईश्वर पर कितना प्रबल अडिग है। यही सबसे बड़ी पूंजी है। इसे बढ़ाते रहिए। यह कभी कम नहीं होगी, और आपकी रक्षा करती रहेगी।
*जय श्री राम*
Op Merotha hadoti Kavi
छबड़ा जिला बारां (राज०)
Mob: 8875213775
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