कलम लाइव पत्रिका

ईमेल:- kalamlivepatrika@gmail.com

Sponsor

हिन्दुस्तान को क्या बना डाला hindustan ko kya bana dala


*मुकद्दर किसका संवारा है, टूटा फुटा हिन्दुस्तान बना डाला,*
सोने की चिड़ियां वाले बागो को उसने रेगिस्तान बना डाला।


 *बेइमानों को मिलने लगा तमगा इमानदारी का*,
 मासूमों के कातिल को तेरे कानून ने महान बना।


*सियासत के चन्द लंगड़े प्यादे, धावक हो गए,*
 हुकूमत ने उसे जहरीले ब्यानो का सामान बना डाला।


 *उसूल कहता है, झुका दो मुहब्बत से दुश्मन को तुम,*
 उसने सांप, छछूंदर, सियार को जंग का सामान बना डाला।


*कालाधन सफेद कर जीएसटी और बेरोज़गारी बढ़ा दी,*
धनवानों का साथी बन मुल्क को कितना बीरान बना डाला।


 *ग़रीबी, बेरोज़गारी जैसी बीमारी से सब को लाचार बना डाला,*
चीख के कहता है मैंने साफ सुथरा हिन्दुस्तान बना डाला।


 *किस मज़हब ने कहा है, सियासतदान बनो इंसान नहीं,*
 वोट की खातिर उसने हमें लड़ने का सामान बना डाला।


 *शाहरुख अब हर रोज दंगा होगा जब जब चुनाव होगा,*
 हम सब ने खुद को जंग का सामान बना डाला।

*शाहरुख मोईन*
अररिया बिहार
9534848402

No comments:

Post a Comment