सोने की चिड़ियां वाले बागो को उसने रेगिस्तान बना डाला।
*बेइमानों को मिलने लगा तमगा इमानदारी का*,
मासूमों के कातिल को तेरे कानून ने महान बना।
*सियासत के चन्द लंगड़े प्यादे, धावक हो गए,*
हुकूमत ने उसे जहरीले ब्यानो का सामान बना डाला।
*उसूल कहता है, झुका दो मुहब्बत से दुश्मन को तुम,*
उसने सांप, छछूंदर, सियार को जंग का सामान बना डाला।
*कालाधन सफेद कर जीएसटी और बेरोज़गारी बढ़ा दी,*
धनवानों का साथी बन मुल्क को कितना बीरान बना डाला।
*ग़रीबी, बेरोज़गारी जैसी बीमारी से सब को लाचार बना डाला,*
चीख के कहता है मैंने साफ सुथरा हिन्दुस्तान बना डाला।
*किस मज़हब ने कहा है, सियासतदान बनो इंसान नहीं,*
वोट की खातिर उसने हमें लड़ने का सामान बना डाला।
*शाहरुख अब हर रोज दंगा होगा जब जब चुनाव होगा,*
हम सब ने खुद को जंग का सामान बना डाला।
*शाहरुख मोईन*
अररिया बिहार
9534848402
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