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शहिद पर कविता shahid par kavita

शहिद


मम्मी गांव वाले कह रहे
की आज तेरे पापा आ रहे है
मुझे बताओ मम्मी पापा फिर क्यो आ रहे है
अभी तो गए थे पापा , 
क्या फिर उनको मेरी याद फिर आ गई
सारे गांव वाले आज ही
 तो क्यो बोल रहे  है 
क्या उनकी मति मारी गई
क्या सच में बताओ मम्मी पापा घर आ रहे ।

जब अचानक उस बेटी को फौजियों  की दस गाडियां दिखती है , ओर जब वो अपने पापा को गाड़ी से उतारते हुए देखा तो वो बेटी क्या कहती हे देखिए ।।

रो - रो के बोले छोटी बच्ची
की मम्मी ,  पापा घर आ गए 
बोल क्यों नहीं रहे मम्मी
 क्या पापा नाराज होके घर आ गए
आंखे क्यों नहीं खोल रहे वो 
मुंह से क्यों नहीं बोल रहे वो
क्या पापा शहीद हो गए 
मम्मी पापा घर क्यों आ गए 

ओर बेटी फौजियों से कहती से की 

अंकल तुम पापा को समझाओ
क्यों वो नाराज होकर आये है 
खिलौने भी नहीं लाए है वो तो
बस तिरंगा ओड कर घर आए है
इतने साथी क्यों लाए संग में
क्या डर लगता था उनको अकेले में
अंकल जी बताओ तुम
  मुंह भी तो नहीं खोल रहे
मम्मी की आंसू की धारा 
रुक नहीं क्यों पा रही
अरे कोई तो बताओ मुझे 
मम्मी क्यों वो इतनी रो रही
क्या पापा शहीद होकर आ गए 

पता चला जब उस बेटी को
की पापा शहीद हो गए 
रो - रो कर बोली वो बेटी
मां मुझे बंदूक दो
में जाऊंगी लड़ने उनसे 
जिसने पापा  मारा है 
अंकल जी बताओ तुम 
क्या तुमने ही पापा को मारा हे
,,,,,,,,,,,
जब बेटी की आवाज सुनकर फौजी कहते है

नहीं हमने नहीं मारे तेरे पापा बेटी
वो शहीद हो गए,,,
दुश्मन ने पीछे से उनके 
धोखे से वार कर दिया
हम थे मजबूर बेटी
उनको मार नहीं पाए 
वो हरामी धोखे से वार करके
पीछे हट गए ।
 पापा शहीद हो गए ,,,,,,

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Op Merotha hadoti kavi
Mob: 8875213775
छबड़ा जिला बारां ( राज०)

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