असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा
16 जुलाई 2020 को अपने कज़िन मरहूम जमालुद्दीन इदरीसी के मृतक शरीर को लाला लाजपत राय हास्पिटल कानपुर से लेने के लिए निरन्तर आठ घण्टे प्रशासनिक दुश्वारियों से दो चार होना पड़ा।डाक्टर एस के सिंह की संवेदनशीलता के कारण इस काम में सफलता मिल पाई।मरीज़ के तीमारदारों और अस्पताल कर्मियों/डाक्टरों के बीच होने वाले अक्सर लड़ाई झगड़ों का असली कारण कल समझ आया। ईश्वर अस्पताल कर्मियों, डाक्टरों और प्रशासनिक अमले को संवेदनशील होने की सद्बुद्धि प्रदान करे।
अब्दुल हमीद इदरीसी,
(हमीद कानपुरी),
अध्यक्ष ,
अखिल भारतीय पीएनबी साहित्यकार मंच
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