गुणगान
नभ में अरुण लाली काव्य की बिखेरता हूँ,
ध्यान धरता हूँ सदा, गुरू पद कंज में ।
चाहता हूँ देश की व्यथा कथा को गाता रहूँ,
सत्य दरशाता रहूँ, हर छंद तंज में ।
कविता लता से फूटी नई नई कोंपल हूँ,
झूमता पवन संग,खुशी हो या रंज में ।
नाम है "विशेष" पेश मन के हैं भाव सभी,
जिला है बरेली रहता हूँ मीरगंज में ।
अरुण शर्मा "विशेष"
मीरगंज बरेली
उत्तर प्रदेश
नभ में अरुण लाली काव्य की बिखेरता हूँ,
ध्यान धरता हूँ सदा, गुरू पद कंज में ।
चाहता हूँ देश की व्यथा कथा को गाता रहूँ,
सत्य दरशाता रहूँ, हर छंद तंज में ।
कविता लता से फूटी नई नई कोंपल हूँ,
झूमता पवन संग,खुशी हो या रंज में ।
नाम है "विशेष" पेश मन के हैं भाव सभी,
जिला है बरेली रहता हूँ मीरगंज में ।
अरुण शर्मा "विशेष"
मीरगंज बरेली
उत्तर प्रदेश
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