चाहत के किस्से
चाहत के किस्से सलामत रहेंगे.तुम रह लो खफा हमसे.
मगर ये ता कयामत रहेंगे.
तुम याद नहीं करोगे.
तो क्या मोहब्बत बदल जाएगी.
ये रूह का रिश्ता हैं.
जिस्म से.
तेरी जुदाई से मेरी आशिक़ी निखर जाएगी.
तुझे ख्याल भी नहीं होगा.
हमारी आँखों को दीदार भी नहीं होगा.
कब् तक देगी.
जुदाई तेरी गैरमौजुदगी मुझको.
देखना तब तक मेरी जान निकल भी जाएगी.
फ़िज़ा फातिमा.
उत्तर प्रदेश - पीलीभीत
No comments:
Post a Comment