कविता
गरीब की इज्जत
यूं तो जीवन हर पल ही
दुखदाई होता है ।
गरीबों का न कोई बाप
- माई होता है ।।
बस इज्जत होती है
उसे बचाया करते है ।
गरीब बेज्जती से ही
डर जाया करते है ।।
जीवन में मान मर्यादा
सम्मान की कीमत होती है ।
पैसा से बढ़कर भी
गरीब की इज्जत होती है ।।
लेखक कवि एवं गीतकार -
जीतेन्द्र कानपुरी (टैटू वाले)
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