पढ़ेगा इंडिया , तभी तो बढ़ेगा इंडिया
महान था यह भारतवर्ष,
महान ही रहेगा ।
पृथ्वी का स्वर्ग ,
जहान ए रहेगा ।
महान बनाए रखने का,
अब हम पर दारमोदर है ।
रह गए जो बात अधूरे,
अब उनको करना साकार है ।
कोई छुआ छूत ना रहे ,
ऐसा पाठ पढ़ायेंगे।
A से Z तक का
सारा मतलब बताएंगे।
कोई अछूता ना रहे ,
अपने अधिकारों से ।
पढ़ायेंगे वो सारे चिज,
जिनसे लड़ पाएंगे वो निम्न मकरों से।
शिक्षा रूपी अमृत का ,
सबको सेवन करवाएंगे।
आश्रित ना हों दूसरों पर,
ऐसा आत्मनिर्भर भारत बनाएंगे।
हर क्षेत्र में अपना परचम लहराए,
अब हमारी जिम्मेदारी है।
हमारे देश का लोहा माने,
हर समय इसकी तैयारी है।
Name - Nirmal Kumar Mahto
Address - Bokaro Thermal
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