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प्यार के गीत

               कोई प्यार के गीत गा रहा है।

                            कोई प्यार के गीत गा रहा है
                            दिल मेरा बहला रहा है
                            मीठे-मीठे बोल, बोल रहा है
                             कोई प्यार के गीत गा रहा है

हृदय मेरा कोई टटोल रहा है
 आँखो से रुह मे उतर रहा है।
 यादों मे धीरे-धीरे घर कर रहा ह
 मुझसे मुझको कोई चुरा रहा है
  कोई प्यार के गीत गा रहा है।

आज के धोकेबाज समाज मे भी कुछ लोग निःस्वार्थ किसी अनजान से रिश्ता कैसे निभाते हैं लघुकथा यहाँ से पढ़ें।

                          दिल के सोये अरमानो को
                          खुरेद खुरेद जगा रहा है।
                          सपने सुनहरे दिखा रहा है
                          कोई प्यार के गीत गा रहा है।
                                   
हमको कोई  बुला रहा है
प्रेम की नईयां चला रहा है
लहरों से मिलकर लड़ेंगे
जीवन-भर हम संग रहेंगे है
कोई प्यार के गीत गा रहा है।।

               कवि मस्ताना

स्कूल में गर्मियों की छुट्टियां पड़ने पर आधारित कवित "गर्मियों की छुट्टियां और नानी का घर" बचपन को याद दिलाती हैं आप भी इसे यहाँ क्लिक करके पढ़े।

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