*जिंदगी को जीओ....*
उम्र की चादर खींचकर उतार देते है।ये कमबख्त दोस्त अपने ही,
कभी बूढ़ा नहीं होने देते है।
साथ में अपने हमें रखकर।।
दोस्तों से बाते किया करो जनाब।
दोस्ती जैसी अनमोल कोई चीज नहीं।
ये वो हकीम है जो बिना दवा के,
अल्फाजो से इलाज कर देते है।।
खुश होकर गुजारो तो,
मस्त है ये जिंदगी।
दुखी रहकर गुजारोगे तो,
त्रस्त और सिरदर्द है जिंदगी।।
होड़ करोगे एक-दूसरो से तो,
कभी जी नहीं पाओगे जिंदगी।
स्वंय को यदि देखोगे तो,
बहुत कुछ है यह जिंदगी।।
मिलता है हर किसी को,
मौका प्यार से जीने का।
तो क्यों न अपने जन्म को,
यादगार बनाकर जीओ जिंदगी।।
ये हम और आप पर है,
की किस तरह से जीये जिंदगी।।
संजय जैन (मुम्बई)
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