शिक्षकों से मिला हमें
दिया मुझे शिक्षकों ने,
हर समय बहुत ज्ञान।
तभी तो पढ़ लिख सका,
और कुछ बन पाया हूँ।
इसलिए मेरी दिल में,
श्रध्दा के भाव रहते है।
मैं जो कुछ भी हूँ आज,
उन्ही के कारण बन सका।
मैं उनके चरणों में,
झुकता हूँ शीश अपना।।
जीवन में शिक्षा का,
बहुत ही महत्त्व है लोगो।
इसे कोई भी कभी भी,
बाट या छीन नहीं सकता।
ये जीवन की सबसे,
अनमोल चीज जो है।
धनदौलत तो आती है,
और चली जाती है।
पर ज्ञान अंतिम समय,
तक साथ रहता है।।
जितना तुम मातपिता को,
दिल से पूजते हो,
उतना ही गुरुओ को भी,
तुम दो सदा सम्मान ।
तुम्हारे जीवन के,
ये ही तो मूल आधार है।
जो हर पल हर समय,
तुम्हारे काम आते है।
इसलिए लिए तो गुरुपूर्णिमा,
और शिक्षक दिवस हम मानते है।।
जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुंबई)
०४/०९/२०१९

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