अंग्रेजों भारत छोड़ो दिवस(8अगस्त) पर विशेष
*इदरीसी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी --हबीब उल्लाह इदरीसी उर्फ माना इदरीसी*
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आल इंडिया कांग्रेस कमेटी में पारित प्रस्ताव के अनुसार 8 अगस्त 1942 कओ को महात्मा गांधी ने ब्रिटिश सरकार से पूर्ण आज़ादी के लिए मुम्बई में *भारत छोड़ो आंदोलन* शुरू किया। इस काम को पूरा करने के लिए महात्मा गांधी ने *करो या मरो*का नारा बुलंद किया। इसके बाद ब्रिटिश हुकूमत का दमन चक्र चला और सभी बड़े नेताओं को या तो गिरफ्तार कर लिया गया या नज़रबंद कर दिया गया।तकरीबन 60000 भारतीयों को जेलों मे ठूँस दिया गया। जेलों में कैदियों को तमाम यातनाएं दी गईं।जिससे बहुत से लोगों की मृत्यु हो गई। इन्ही आन्दोलनकारिओं में शामिल थे कानपुर के नदीहा गाँव के दो नौजवान इदरीसी सपूत हबीब उल्लाह इदरीसी उर्फ माना इदरीसी और जमाइत इदरीसी। इन दोनों नौजवानों ने अंग्रेजों की संचार व्यवस्था को नेस्तनाबूद करने का बीड़ा उठाया और इस काम में कामयाब भी रहे। बिल्हौर तहसील क्षेत्र से गुज़रने वाले तमाम टेलीफ़ोन के तार रातों-रात खम्भों से ग़ायब हो गये। जाँच पड़ताल लिए कानपुर से आये अधिकारियों को मुखबिरों ने हबीब उल्लाह इदरीसी उर्फ माना इदरीसी और जमाइत इदरीसी सहित तमाम क्रांतिकारियों के नाम बता दिये। फलस्वरूप हबीब उल्लाह इदरीसी को अन्य क्रान्तिकारियों के साथ
धारा 35D में निरुद्ध करके 27-4-1942को 6माह के कठोर कारावास की सजा में जेल भेज दिया और 5माह 3दिन की यातनाएँ झेलने के बाद उन्हें जेल से 30-3-1943 को मुक्त किया गया। कानपुर के जिला कारागार अधिक्षक की आख्या दिनांक 12-6-1972
के आधार पर अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट कानपुर द्वारा 4-7-1972को उन्हें स्वतंत्रता सेनानी होने का प्रमाण पत्र दिया गया और आजीवन स्वतंत्रता सेनानी पेंशन प्राप्त होती रही।मौजूदा समय मे उनके पुत्रों और पौत्रों की हालत बहुत ही ख़राब है। सिलाई की छोटी मोटी दुकान चला कर किसी तरह ज़िन्दगी बसर कर रहे हैं।
यूनाइटेड इदरीसी फ्रंट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सलाहकार अब्दुल हमीद इदरीसी ने देश और प्रदेश की सरकार से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रितों के परिवार की आर्थिक सहायता देने की अपील की है और उत्तरी पूरा नदीहा सम्पर्क मार्ग का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हबीब उल्लाह इदरीसी उर्फ माना इदरीसी के नाम पर *हबीब उल्लाह इदरीसी मार्ग* रखने की माँग की है।
इदरीसी समाज को उम्मीद है कि बिल्हौर के मौजूदा विधायक व मिश्रिख के सांसद इस ओर विशेष ध्यान देकर इदरीसी समाज की उक्त माँगें पूरी करायेंगे।
शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मरने वालों का यही बाक़ी निशां होगा।
अमर शहीद हबीब उल्लाह इदरीसी
अमर रहें !अमर रहें!
अब्दुल हमीद इदरीसी
क़ौमी नायब सदर
यूनाइटेड इदरीसी फ्रंट
मीरपुर कैण्ट कानपुर-4
9795772415
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