*दो महान पर्व*
कैसा ये संजोग बना है,दो महान पर्व एक दिन आया है।
है दोनों ये खुशी के दिन,
जिसमें खिलते हिन्दुस्तानीयों के दिल।
एक हमारी आज़ादी का दिन,
और दूजा है बहिनो को रक्षा देने वाला दिन।
जबकि दोनों ही है,
अपने ये बहुत अदभूत।
कैसे भूल जाये अपनी परंपराओं को हम।
तभी तो हम मानते है,
हर त्यौहार बड़ी शान से हम।।
ये सब कुछ होता है अपने हिंदुस्तान में।
न कोई छोटा न कोई बड़ा, होता है इन दोनों त्यौहार में।
हर जाती मजहब के लोग,
रहते है अपने हिंदुस्तान में।
बहिन भाई और आज़ादी का दिवस,
आज मना रहे बड़ी श्रध्दा और शान से।
ऐसा सब कुछ होता है, सिर्फ अपने हिंदुस्तान में।
बस अपने हिंदुस्तान में।।
जय हिंद जय भारत
संजय जैन (मुम्बई)
15/08/2019
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