चंद्रयान 2
चाँद धोखा हमे दे गया।
चंद्रयान 2 को कहां ले गया।।
भारत नहीं बल्कि विश्व रो रहा है
सारा देश सुख चैन खो रहा है।
दुख के बीज हृदय में बो रहा है
बेनाविक नौका कौन खे गया।। चांद - - - -
असफलताएं सफलता की सीढ़ी हैं
नयी नहीं ये आती पीढ़ी दर पीढ़ी हैं।
हम महान वैज्ञानिकों के ऋणी हैं
सम्पर्क टूट क्षण भर में गया।। चांद----
लड़ाई है आशा और निराशा की
चूक खोजने के परिभाषा की।
अब जरुरत नहीं हताशा की
दूर नहीं चाँद हाथ से गया।। चाँद - - - - -
कमी न रखे थे कोई तैयारी में
ध्यान देना अंतिम वक्त की बीमारी में।
चूक न रह जाए तिमारदारी में
नजरें इस पर से उसपे गया।। चाँद - - -
यान मुसीबतों को पार कर गया
तेरे समीप से वार कर गया।
छलावे पर तेरे ऐतवार कर गया
हौसला हमारी बुलंद करके गया।। चाँद - - -
तिरंगा जल्द ही चाँद पर होगा
हिंद का शेर खड़ा तेरे माँद पर होगा।
सारा प्रयोग अनहद नाद पर होगा
आसमान का सीना वो भेद के गया।। चाँद - - -
।। कवि रंग।।

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