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मजदूर की व्यथा, Majdoor ki pida, पुस्तक

मजदूरों की व्यथा


यह पुस्तक मजदूरों के जींवन की कथा यथार्थ कहती हैं जिसमे देश के 25 कवि कवयित्री शामिल हैं।
कृपया इसको पढ़ने के बाद अपने सुझावों और अनुभवों को जरूर सांझा करे।
धन्यवाद

3 comments:

  1. कलमलाईव द्वारा प्रकाशित 'मजदूर की व्यथा'काव्य संग्रह देश के विभिन्न राज्यों के रचनाकारों की उत्तम रचनाओं से सुसज्जित है,जिसे पढ़कर सुखद अनुभूति होती है, संग्रह पठनीय है! संपादक द्वय धन्यवाद के पात्र हैं!बहुत बहुत बधाई!!

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  2. मेरी रचनाओं को इस संग्रह में स्थान देने लिए आभार

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  3. मैं हुकम सिंह दहिया 'जिज्ञासु' कलम लाइव व संपादक राजू कुमार चौहान का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ कि उन्होंने 'मज़दूर की व्यथा' नामक काव्य संग्रह में मेरी दो कविताओं को स्थान दिया।

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