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Kavita तू ना समझना poonam singh


तू ना समझना


तू ना समझना कभी कि,
मैं नहीं तेरे पास हूंँ,
बारिश की बूंदे जब आए,
 समझ लेना मैं बूंदों में हूँ,
 हवा जब तेरे आंचल को उड़ाए,
 समझ लेना वो हवा मैं ही हूँ,
 समंदर की लहरें जब छूकर
तुमसे निकल जाए,
 समझ लेना वो छुअन मैं ही हूँ,
 बहारों में जाओ कभी तुम,
 खुद को अकेली मत समझना,
 फूलों की खुशबू जब महके,
 समझ लेना वो खुशबू मैं ही हूँ,
 तेरी सांसों में मैं, जज्बातों में मैं,
 तेरी धड़कन की हर स्पंदन में मैं,
 मेरी दुनिया बस तुम तक थी,
 बस तुझ पर ही खतम है,
 तू सलामत रहे हमेशा,
 मुझे खुदा से इबादत है.....।।

पूनम सिंह
Poonam singh

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