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भुला दिया तूने उसको bhula diya tune usko

 भुला दिया तूने उसको

ए दिल......
फिर ये परेशान हाल कैसा..
खफा भी नहीं तू उस से....
फिर ये इंकार कैसा है....
तू कहता है...
जिस को अपने लफ्ज़ो मै इबादत...
फिर ये दिल ए कंगाल कैसा है...
नादानी की भी हद होती है.
ए दिल ए बेकरार....
तुझे मालूम ही कँहा है...
के सरहद पार का माहौल कैसा है...

ज़ुबान से बद्दुआ कँहा निकलेगी....
तेरे लिए ए मेहबूब मेरे...
मैंने तो कभी सख़्ती से तेरा नाम तक ना लिया...
बड़ी आसानी से कह गया तू...
निकल जा मेरी ज़िन्दगी से...
सच बताऊ तो अभी मैंने इन्तिज़ाम भी ना क्या..
बड़े शोक से कहते थे लोग.
बड़ा फराख दिल है तू...
मैंने तो अभी संभल कर इस दिल का
दीदार भी ना क्या...

नाम.... फ़िज़ा  फातिमा
उत्तरप्रदेश..... पीलीभीत

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