कलम लाइव पत्रिका

ईमेल:- kalamlivepatrika@gmail.com

Sponsor

अच्छी बहु के 10 गुण Bahu ke gun/ आदर्श बहू के गुण

नई बहू कैसी होनी चाहिए

अच्छी बहु के गुण

Shadi ke baad ladki ko kaise rahna chahiye

Bahu ke gun


 परिवार का सम्मान करें

नवविवाहिता बहु जब एक परिवार में कदम रखती हैं, तो अक्सर सभी परिवार में हर कोई बड़े स्नेह से बहू का स्वागत करता है।  बहू की भी जिम्मेदारी होती है कि वो सच्चे मन से परिवार के सभी सदस्यों को स्वीकार करे। परिवार के बड़ों को सम्मान दें और छोटों को प्यार दें। साथ ही हर रिश्ते की मर्यादा कायम रखना भी बेहद जरूरी है।


ससुराल के रीति रिवाजों को सीखें 


सभी परिवार की अपनी अलग मान्यताएं और अपने रीति-रिवाज होते हैं।  बहू का फर्ज़ होता है कि बिना किसी झिझक के उन सभी मान्यताओं के स्वीकार करे। बहु को ऐसा बिल्कुल नहीं कहना चाहिए कि हमारे यहां यह रीति-रिवाज नहीं होता तो यहाँ भी मै नहीं करूंगी। शादी के बाद मायके का रीति-रिवाज से कोई वास्ता नहीं होता। बहु के जहां शादी हुई हैं वहाँ के रीति-रिवाज, परम्परा को निभाना होता है और एक अच्छी बहु को ऐसा ही करना चाहिए। ऐसा करने से परिवार का साथ मिलता है और खुशियां मिलती है।


परिवार के साथ दे और समय बिताए


नई बहू को हर समय अलग थलग नहीं रहना चाहिए। बहु को परिवार के साथ बैठना चाहिए और परिवार के सदस्यों को पूरा वक्त देंना चाहिए।इससे परिवार को जानने और समझने में सफलता प्राप्त कर सकती है। परिवार के साथ वक्त व्यतीत करने से आपको अन्य परिवार वालों के विचारों की जानकारी हासिल होगी। साथ ही उनकी पसंद नापसंद भी मालूम होगी और वो भी आपके साथ हर बात शेयर करने में कंफरटेबल फील करेंगे। इस तरह नहीं बहु को परिवार के साथ समय बिना बहुत जरूरी होता है।


किचन में मदद जरूर करें

घर की नई बहू से सबकी बहुत सी अपेक्षाएं जुड़ी होती हैं। नई बहू के ऊपर पूरे परिवार के खाने पीने की जिम्मेदारी होती है। बहु को ही किचन में काम करना होता है। कई बार नन्द या जेठानी मदद करती है और कई बार नहीं करती है। आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि किचन में आपको कोई मदद करे या नहीं करे। आपको किचन में चुपचाप काम करना चाहिए। मगर पढ़ाई और नौकरी के कारण बहुत सी लड़कियां रसोईघर के कार्यों से भली-भांति परिचित नहीं होती है। मगर ससुराल जाने के बाद बहू का ये फर्ज है कि अगर आप खाना बनाना नहीं भी जानती हैं। तब भी आप रसोई में मदद जरूर कराएं, ताकि घरवालों को किसी तरह की कोई बात करने का मौका न मिल सके। 


मायके की बढ़ाई न करें


मायके की यादें उम्र भर बहु के साथ रहती है, जिसे भुलाना आसान नहीं होता है। मगर बहू को ससुराल में जाकर हर वक्त अपने मायके का गुणगान नहीं करना चाहिए। कोशिश करनी चाहिए कि मायके की बातों को बार बार याद करने की बजाय नए परिवार में रच बस जाएं। 


शादी के तुरंत बाद डिमांडिंग नहीं करना चाहिए


शादी-विवाह के दौरान हम ज़रूरत के हर सामान की खरीददारी करते हैं और यह चीजें सालों साल हमारे काम आती रहती है। ऐसे में हमें कोशिश करनी चाहिए कि विवाह के फौरन बाद हमें ज्यादा खरीददारी से करने से बचना चाहिए। इसके अलावा हमें बात - बात पर अपनी डिमांडस नहीं करनी चाहिए और जो जैसा मिला हो उसे वैसे ही स्वीकार कर लेना चाहिए। 



बहु का स्वभाव विनम्र होना चाहिए


आप कितनी ही पढ़ी-लिखी या अमीर घर से सम्बंध रखती है लेकिन आप जिस परिवार में गयी है वहा किसी भी बात को लेकर घमंड नहीं करना चाहिए। परिवार में आपका बहू का स्थान है, जिसका अर्थ है साथ मिलकर आगे बढ़े और हर किसी की खुशी का ख्याल रखें। इसीलिए यह बहुत जरूरी है कि आपका स्वभाव विनम्र होना चाहिए। नई बहू का स्वभाव विनम्र होने से परिवार का हर शख्स आपके करीब आएगा और आपको सम्मान भी हासिल होगा। 


माँ की बातों में नहीं आना चाहिए

शादी के बाद बहु का फर्ज है कि मायके की रीति-रिवाज परम्परा को त्याग कर सास के बताए रीति रिवाज का पालन करे। बहू को अपनी मां के बातों में आकर वहाँ के रीति रिवाज को नहीं निभाना चाहिए। दिन भर मायके में फोन पर बात नहीं करना चाहिए। ससुराल की सारी बातों को मायके में शेयर नहीं करना चाहिए। इससे परिवार में लड़ाई झगड़ा होता है।


बाहर वालों की बातों में न आएं


नई बहू को रिश्तेदार कई तरह की बातें सिखाने की कोशिश करते हैं, जिसमें से कुछ अच्छी होती हैं, तो कुछ बुरी भी होती है। ऐसे में बहु को अपने दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए और किसी की बातों में आकर अपने घर में किसी तरह की उलझन पैदा करने से बचना चाहिए। कुल मिलाकर यह बात गांठ बांध लें कि बाहर बालों की बातों में कभी भी नहीं आना चाहिए क्योंकि इस दुनिया मे हर कोई दूसरे की खुशी देखर जलता है और इसके घर परिवार में आग लगाना चाहता है। इसीलिए बाहर वालो की बातों में बिल्कुल भी नहीं आना चाहिए।


No comments:

Post a Comment