घर में दरार,,
की आज घर - घर नहीं रहा,
आज घर - घर नहीं रहा,
घर में दरार आई है,,
माता - पिता पर सवाल उठाए गए,,
माता - पिता पर सवाल उठाए गए,,,,
अंदर का समझौता करवाने बाहर वाले बुलाए गए,,
बेटे ने नई - नई बागडोर संभाली है।
और नई - नई सरकार आई है।
घर - घर नहीं रहा,,
घर में दरार आई है,,,,
घर में दरार आई है।
संक्षिप्त परिचय-
मनोज कुमार बाबरा
मनोज कुमार बाबरा
गांव - बासनी,
तहसील - लक्ष्मणगढ़।
ज़िला - सीकर (राजस्थान)
तहसील - लक्ष्मणगढ़।
ज़िला - सीकर (राजस्थान)
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